हर सपना साकार नहीं होता
जिसे चाहो वह उसका हक़दार नहीं होता
जिन्दगी तुने क्यों किया यह मजाक जबकि तुझे मालूम था
जिंदगी में दोबारा
किसी से सच्चा प्यार नहीं होता।
पता नहीं अब यह जिन्दगी कितने दिनों की हे ......पर जो हे वह कटेगी केसे...... क्यूकी अब किसी पर एतबार नहीं होता
जिसे चाहो वह उसका हक़दार नहीं होता
जिन्दगी तुने क्यों किया यह मजाक जबकि तुझे मालूम था
जिंदगी में दोबारा
किसी से सच्चा प्यार नहीं होता।
पता नहीं अब यह जिन्दगी कितने दिनों की हे ......पर जो हे वह कटेगी केसे...... क्यूकी अब किसी पर एतबार नहीं होता