Wednesday 23 March 2011

एतबार नहीं होता

हर सपना साकार नहीं होता
जिसे चाहो वह उसका हक़दार नहीं होता

जिन्दगी तुने क्यों किया यह मजाक  जबकि तुझे मालूम था 
 जिंदगी में दोबारा
किसी से सच्चा प्यार नहीं होता।
पता नहीं अब यह जिन्दगी कितने दिनों की हे ......पर जो हे वह कटेगी केसे...... क्यूकी अब किसी पर एतबार नहीं होता

Monday 21 March 2011

बस मुलाकात हो जाय

बस मुलाकात हो जाय  .......कुछ ऐसा हो की कयामत हो जाये ...सामने मौत हो और उनसे मुलाकात हो जाय........मरना तो हे ही ...इस बहाने  मौत  उनके नाम हो जाय ....कसम खाते हे  हम लौट करफिर आयंगे अगर आप से मुलाकात हो जाय

Saturday 19 March 2011

 रोज कसम खाता  हू..और तोड़ देता हू .....इश्वर पता नहीं केसी परीक्षा ले रहा हे .....गलती मेरी नहीं दिल की हे यह वह भी जनता हे उसके बाद  भी वह मेरा इंतहान ले रहा हे .....उसे पता हे मेरे पास खोने को कुछ नहीं हे..... यही कारण हे की वह भी परेशान हो रहा हे ......केसी अजब लीला हे दुनिया    बनाने वाला आज  मेरी हालत देख कर  बेजुबान हो रहा हे

Friday 18 March 2011

विश्वाश का संकट .......    मध्यप्रदेश की विधानसभा में सवाल पूछकर गायब हो जाने वाले विधायकों का सवाल इस समय चर्चा में है। आखिर ऐसे आचरण से हम क्या संदेश देना चाहते हैं। जाहिर तौर पर इससे हम सदन की मर्यादा तो गिरी ही रहे हैं, गलत परंपराएं स्थापित कर रहे हैं।जाहिर तौर पर सब  माननीय  गलत नहीं भी हो तो भी अधिकांश   तो  गलत हे ही १पेसे लेकरसवाल पूछना और या  पेसे मिलने पर विधानसभा से गायब हो जाने की चर्चा की भी गूंज हे   इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने की बात भी विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने की है। सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ने इस प्रवृत्ति पर चिंता जताई है। अब इसके लिए एक समिति बनाने की बात भी कही गयी है। निश्चय ही इस आम हो रही आदत को रोकना जरूरी है। 12 दिनों के प्रश्नकाल में 64 विधायक ऐसे हैं जिन्होंने अपने प्रश्नों के उत्तर ही  नहीं सुने। निश्चय ही यह गंभीर चिंता का विषय है।यह मामला भी तभी आया हे जब सांसदों `को १०-१० करोड़ में खरीदेजाने की खबर से देश पहले से ही हतप्रद हे .......

Wednesday 16 March 2011

अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है हमे,

अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है हमे,कितना भी गहरा जख्म दे कोई,उतना ही ज्यादा मुस्कराने की आदत है हमें...और क्या कहे हम तो मरने को भी तैयार हे पर आँखे खुली रखेंगे देखने की आदत हे जो तुम्हे...........